अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में हुए दर्दनाक ब्लास्ट के बाद अब सियासत तेज हो गई है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने पुलिस की एलपीजी सिलिंडर थ्योरी को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस अपनी लापरवाही छिपाने के लिए इसे सिलिंडर विस्फोट बताने में जुटी है, जबकि हकीकत इससे अलग है। अवधेश प्रसाद शुक्रवार को पगलाभारी गांव पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और कहा कि यह कोई साधारण हादसा नहीं बल्कि बारूद के जखीरे का विस्फोट था।
सांसद ने बताया कि मृतक रामकुमार गुप्त लंबे समय से पटाखों का कारोबार कर रहा था और इससे पहले भी उसके घर में ऐसा ही धमाका हुआ था, जिसमें उसकी मां, पत्नी और एक लड़की की मौत हो गई थी। तब भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि गांव वालों ने रामकुमार को बाहर निकाल दिया था, मगर उसने खेत में नया घर बनाकर फिर से पटाखे तैयार करना शुरू कर दिया और पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
अवधेश प्रसाद ने सवाल उठाया कि अगर ये सच में एलपीजी सिलिंडर ब्लास्ट था तो पुलिस ने घटनास्थल पर पानी क्यों डलवाया। उन्होंने कहा कि यह तभी किया गया जब वहां बारूद मौजूद था और पुलिस उसे छिपाने की कोशिश कर रही थी। सांसद ने कहा कि पिछले तीन दिनों में अयोध्या में 13 लोगों की मौत हुई — सात ब्लास्ट में, तीन सड़क हादसों में और तीन जहरीले जंतुओं के काटने से — और यह प्रशासन की बड़ी नाकामी दर्शाता है।
उन्होंने राज्य सरकार से मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। साथ ही कहा कि अब वक्त आ गया है कि पुलिस ऐसे खतरनाक अवैध कारोबार पर सख्ती से नकेल कसे, ताकि आगे किसी को अपनी जान गंवानी न पड़े।